फिटकरी का सूत्र क्या है : रासायनिक नाम, समीकरण, बनाने की विधि, फिटकरी क्या है : परिभाषा, प्रकार, गुण, उपयोग – Fitkari ka sutra

fitkari ka formula

नमस्कार दोस्तों आज के आर्टिकल में हम फिटकरी के सूत्र(fitkari ka formula) के बारे में जानकारी प्राप्त करने वालें है। जिसमें हम फिटकरी क्या है(fitkari kya hai), फिटकरी किसे कहते हैं(fitkari kise kahate hain), फिटकरी का सूत्र क्या है(fitkari ka sutra kya hai), फिटकरी का रासायनिक नाम क्या है(fitkari ka rasayanik naam kya hai), फिटकरी का IUPAC नाम क्या है(fitkari ka iupac name kya hai), फिटकरी के प्रकार(fitkari ke parkar), फिटकरी कैसे बनती है(fitkari kaise banti hai), फिटकरी बनाने की विधि(fitkari banane ki vidhi), फिटकरी के गुण(fitkari ke gun), फिटकरी के उपयोग(fitkari ke upyog), फिटकरी के फायदे(fitkari ke fayde) आदि बातों के बारें में विस्तार से समझेंगें। तो चलिए बढ़ते है आज के आर्टिकल की ओर…Alum in Hindi

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फिटकरी क्या होती है – Fitkari kya hoti hai

फिटकरी
फिटकरी

दोस्तों फिटकरी एक रासायनिक यौगिक है। फिटकरी एक रंगहीन, क्रिस्टलीय और अल्प पारदर्शी पदार्थ है। जिसे हम Alum या पोटास Alum या पोटास फिटकरी के नाम से जानतें है।

  • क्रिस्टलीय अर्थात् जिसे आसानी से तोड़ा जा सकता है।

फिटकरी किसे कहते हैं – Fitkari kise kahate hain

दोस्तों फिटकरी समान्यतः उन यौगिकों को कहा जिनका सामान्य सूत्र M2SO1.M2 (SO4)3.24H2O हो। जब किसी द्विक लवण (जो कि सल्फेट हो) में क्रिस्टलन जल जुड़ जाता है तो उसे ही फिटकरी(Alum) कहतें है।

Fitkari Meaning – फिटकरी मीनिंग

  • Alum Meaning in Hindi = फिटकरी
  • फिटकरी Meaning in English = Alum
  • Fitkari Meaning in English = Alum
  • Fitkari Meaning in Hindi = फिटकरी

फिटकरी का रासायनिक नाम क्या है – Fitkari ka rasayanik naam

साधारण फिटकरी का रासायनिक नाम पोटेशियम एलुमिनियम सल्फेट है। जिसे पोटास एल्म या Alum भी कहा जाता है।

फिटकरी का रासायनिक सूत्र क्या है – Fitkari ka rasayanik sutra kya hai

फिटकरी पोटेशियम एलुमिनियम सल्फेट का द्विक लवण है। जिसका रासायनिक सूत्र K2SO4.AL2(SO4)3.24H2O होता है। इसे पोटास फिटकरी भी कहा जाता है।

फिटकरी का सूत्र – Fitkari ka sutra

Fitkari ka sutra
Fitkari ka sutra

Fitkari Ka Formula : दोस्तों फिटकरी के दो सूत्र है जिसमें पहला सूत्र K2SO4.AL2(SO4)3.24H2O तथा KAL(SO4)2.12H2O है।

फिटकरी का IUPAC नाम क्या है – Fitkari ka IUPAC name

KAL(SO4)2.12H2O फिटकरी का सरलीकृत सूत्र है। इसप्रकार फिटकरी का IUPAC नाम ‘‘पोटेशियम एल्युमिनियम सल्फेट डू डेका हाइड्रेट’’ होगा।

फिटकरी के प्रकार

दोस्तों फिटकरी को भिन्न-भिन्न प्रकार से बनाया जा सकता है, इसलिए इसके कई प्रकार है जो निम्न प्रकार है:

  • पोटाश फिटकरी
  • सोडियम फिटकरी
  • अमोनियम फिटकरी
  • फेरिक फिटकरी
  • क्रोम फिटकरी
  • थैलस फिटकरी

पोटाश फिटकरी

दोस्तों पोटाश फिटकरी में पोटेशियम आयन, एल्युमिनियम आयन, सल्फर आयन तथा जल के अणु पाए जातें है। पोटाश फिटकरी का रासायनिक सूत्र K2SO4.AL2(SO4)3.24H2O है। जिसे KAL(SO4)2.12H2O के रूप में भी प्रदर्शित किया जा सकता है। यह साधारण फिटकरी या Alum कहलाती है।

सोडियम फिटकरी

दोस्तों सोडियम फिटकरी में सोडियम आयन, एल्युमिनियम आयन, सल्फर आयन तथा जल के अणु पाए जातें है। सोडियम फिटकरी का रासायनिक सूत्र NA2SO4.AL2(SO4)3.24H2O होता है।

अमोनियम फिटकरी

दोस्तों अमोनियम फिटकरी में अमोनियम आयन, एल्युमिनियम आयन, सल्फर आयन तथा जल के अणु पाए जातें है। अमोनियम फिटकरी का रासायनिक सूत्र (NH4)2SO4.AL2(SO4)3.24H2O होता है।

फेरिक फिटकरी/फेरिक अमोनियम फिटकरी

दोस्तों फेरिक फिटकरी में अमोनियम आयन, फेरिक आयन, सल्फर आयन तथा जल के अणु पाए जातें है। फेरिक अमोनियम फिटकरी का रासायनिक सूत्र (NH4)2SO4.FE2(SO4)3.24H2O होता है।

क्रोम फिटकरी/पोटेशियम क्रोमियम फिटकरी

दोस्तों क्रोम फिटकरी में पोटेशियम आयन, क्रोमियम आयन, सल्फर आयन तथा जल के अणु पाए जातें है। पोटेशियम क्रोमियम फिटकरी का रासायनिक सूत्र K2SO4.CR2(SO4)3.24H2O होता है।

थैलस फिटकरी

दोस्तों थैलस फिटकरी में थैलियम आयन, एल्युमिनियम आयन, सल्फर आयन तथा जल के अणु पाए जातें है। थैलस फिटकरी का रासायनिक सूत्र TL2SO4.AL2(SO4)3.24H2O होता है।

फिटकरी कैसे बनती है – Fitkari kaise banti hai

पोटेशियम सल्फेट(K2SO4) तथा एलुमिनियम सल्फेट(AL2(SO4)3) के जलीय घोल का सांद्रण करने पर फिटकरी के क्रिस्टल प्राप्त होते है।

फिटकरी बनाने की समीकरण – Fitkari banane ki samikaran

K2SO4+ AL2(SO4)3+24H2O → K2SO4.AL2(SO4)3.24H2O

फिटकरी बनाने की विधि -Fitkari banane ki vidhi

दोस्तों बहुत पहले फिटकरी Alum सेल से बनाई जाती थी। जो पत्थर के हवा में भंजन, निक्षालन और क्रिस्टलीकरण के द्वारा बनती थी। एल्मिनो फेरिक के विलयन और पोटेशियम सल्फेट की क्रिया से भी फिटकरी प्राप्त की जा सकती है।

घर पर फिटकरी कैसे बनाए – Ghar par fitkari kaise banaye

दोस्तों फिटकरी बनाना बहुत आसान है आप इसे अपने घर पर भी बना सकतें है। इसके लिए आपको बाजार से फिटकरी का चूर्ण लाना होगा जिससे आप भारी मात्रा में फिटकरी बना सकतें है।

  • सबसे पहले आधा कप गर्म पानी को जार में डालें।
  • अब इसमें फिटकरी पाउडर डालकर इसे मिलाएँ।
  • अशुद्धि से बचने के लिए अब आप जार को काॅफी फिल्टर पेपर से ढ़क देवें।
  • अब आप इसे थोड़े समय के लिए रख देवें।
  • लगभग 1 घंटे के बाद आप देखेगें तो पाएगें कि जार में सफेद क्रिस्टल बन चूके है।

अब आपको इन क्रिस्टल को बड़ा करने के लिए निम्न स्टेप्स को फाॅलों करना होगा जो बिल्कुल ही आसान है:

  • सबसे पहले आप इन क्रिस्टलस को सूखा लेवें।
  • उसके बाद आपको इन क्रिस्टल को धागें से बाधना है और पहले से तैयार फिटकरी चूर्ण के गर्म पानी वाले जार में धागें के दूसरे सीरे को लकड़ी से बांधकर लटका देना है।
  • अब इसे काॅफी फिल्टर पेपर की मदद से फिर से ढ़क देवें।
  • कुछ दिनों के बाद ये क्रिस्टल बड़े होने लगेंगें।

फिटकरी के गुण – Fitkari ke gun

दोस्तों अब हम फिटकरी के भौतिक और रासायनिक गुणों के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले है।

फिटकरी के भौतिक गुण

  • यह अल्प पादर्शक, रंगहीन और क्रिस्टलीय यौगिक है।
  • फिटकरी जल में विलेय होती है तथा इसका जलीय विलयन अम्लीय होता है।
  • फिटकरी में 24 अणु क्रिस्टलन जल उपस्थित होता है।

फिटकरी के रासायनिक गुण

  • पोटास फिटकरी को जब 90 डिग्री सेल्सियस तापमान पर गर्म किया जाता है तो यह पिघल जाती है।
  • अगर पोटास फिटकरी को 200 डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जाता है तो इसका क्रिस्टलन जल निकल जाता है।

फिटकरी के फूल किसे कहतें है – Fitkari ke phool kise kahate hain

जब फिटकरी को 200 डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जाता है तो इसका क्रिस्टलन जल अगल हो जाता है और फिटकरी सान्द्र पदार्थ में परिवर्तित हो जाती है जिसे फिटकरी के फूल कहा जाता है।

Burnt Alum किसे कहतें है – Burnt alum kise kahate hain

जब फिटकरी 200 डिग्री सेल्सियस पर गर्म करने पर सान्द्र पदार्थ में परिवर्तित हो जाती है और उसका क्रिस्टलन जल निकल जाता है तो इसे Burnt Alum कहतें है।

Burnt Alum का रासायनिक समीकरण

K2SO4.AL2(SO4)3.24H2O \overset{200^{o}C}{\rightarrow} K2SO4.AL2(SO4)3+24H2O

फिटकरी के उपयोग – Fitkari ke Upyog

  • उद्योग और कारखानों में शुद्धिकरण आदि के लिए।
  • चिकित्सा के क्षेत्र में आयुर्वेदिक उत्पाद बनाने में किया जाता है।
  • प्रयोगशाला में अभिक्रमक के रूप में किया जाता है।
  • जीवाणु का उपयोग जीवाणुनाशक अथवा प्रतिरोधक के रूप में भी किया जाता है।

दैनिक जीवन में फिटकरी के उपयोग

  • बहते हुए रक्त का रोकने में फिटकरी का उपयोग किया जाता है।
  • घरों में जल के शुद्धिकरण के लिए फिटकरी का उपयोग किया जाता है।
  • चमड़े तथा कागज को चिकना करने के लिए फिटकरी का उपयोग किया जाता है।

तो दोस्तों आज के आर्टिकल में हमने फिटकरी(Phitkari) के बारे में सम्पर्णू जानकारी के बारें में जानकारी प्राप्त की। मुझे आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें तथा इसी प्रकार की बेहतरीन जानकारी के लिए हमारे साथ बनें रहें।

धन्यवाद!

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