नमस्कार दोस्तों आज के आर्टिकल में हम एनसीसी फुल फाॅर्म(NCC Full Form) के बारें में जानकारी प्राप्त करने वालें है। जिसमें हम जानेंगें कि एनसीसी का फुल फाॅर्म क्या है?(NCC ka full form kya hai) एनसीसी का मिनिंग क्या है?(NCC ka meaning kya hai) एनसीसी क्या है?(NCC kya hai) एनसीसी का इतिहास क्या है?(NCC ka itihas) एनसीसी की स्थापना कब हुई?(NCC ki sthapna kab hui) एनसीसी कैसे जाॅइन कर सकतें है?(NCC Join kaise kare) इत्यादि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आज के आर्टिकल में प्राप्त करने वाले है। तो चलिए बढ़तें है आज के आर्टिकल की ओर… NCC Full Form in Hindi
दोस्तों हमारा मुख्य उद्देश्य है कि हम एनसीसी का फुल फाॅर्म क्या है(NCC Full Form in Hindi), इसके बारे में विस्तार से जाने तो चलिए सबसे पहले इसे ही समझतें है। तत्पश्चात् हम अन्य प्रश्नों को अच्छे से समझेंगें।
Table of Content
NCC Full Form
एनसीसी(NCC) का फुल फाॅर्मः ‘‘नेशनल कैडेट कोर’’ है। जिसें अंग्रेजी में ‘‘National Cadet Corps’’ कहा जाता है। और हिन्दी में ‘‘राष्ट्रीय छात्र सेना’’ या ‘‘राष्ट्रीय कैडेट कोर’’ कहतें है।
NCC Full Form in English
- NCC – National Cadet Corps
NCC Full Form in Hindi
- NCC – राष्ट्रीय छात्र सेना या राष्ट्रीय कैडेट कोर
NCC Meaning in Hindi
NCC अर्थात् National Cadet Corps का हिन्दी मिनिंग निम्न प्रकार है:
- National – राष्ट्रीय
- Cadet – छात्र सैनिक
- Corps – दल या सेना
NCC का हिन्दी मिनिंगः राष्ट्रीय छात्र सेना है। जिसे राष्ट्रीय कैडेट कोर भी कहा जाता है।
Other NCC Full Form
Short | Full Form |
NCC | National Capital Commission |
NCC | National Constitution Center |
NCC | National Communications Coordinator |
NCC | National Certification Corporation |
NCC | No Credit Card |
NCC | National Cancer Coalition |
NCC | Network Color Code |
NCC | Navigation Control Center |
NCC | National Construction Council |
NCC | Newcastle City Council |
NCC | Network Coordination Centre |
NCC | National City Corporation |
NCC | Network Control Center |
NCC | National Certified Counselor |
NCC | National Collaborating Centre |
NCC | Naval Construction Contract |
NCC | National Community Church |
NCC | Nikko Cordial Corporation |
NCC | Niigata Computer College |
NCC | National Council of Churches |
तो दोस्तों अब तक हमने एनसीसी की फुल फाॅर्म(NCC ki full form) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की। अब हम कुछ अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नों के बारे में भी जानतें है जो हमारे द्वारा जानना अत्यन्त आवश्यक है।
NCC क्या है?
एनसीसी(NCC) अर्थात् नेशनल केडैट कोर भारत में एक स्वैच्छिक संगठन है। जिसकी स्थापना आजादी के पश्चात भारतीय सेना को मजबूती प्रदान करने के लिए 16 अप्रैली 1948 में की गई। एनसीसी के द्वारा सम्पूर्ण भारत वर्ष में हाई स्कुलों, काॅलेजों और विश्वविद्यालयों में से सैन्य छात्र दलों का निर्माण करने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें इन छात्रों को छोटे हथियारों के उपयोग और परेंडों का सैन्य प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसकी संख्या आज 13 लाख से भी अधिक है, और इसकी संख्या में गतवर्ष वृद्धि होती ही जा रही है।
आसान भाषा में कहें तो एनसीसी(National Cadet Corps) की शुरूआत स्कुल और काॅलेज के छात्रों के लिए की गई है। जिसमें शामिल होने वाले अभ्यिर्थियों को भारत की थल सेना, जल सेना और वायु सेना के द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है। ताकि भारतीय सुरक्षा की आगामी नीव को अधिक से अधिक मजबूत बनाया जा सकें।
NCC की स्थापना
दोस्तों सर्वप्रथम एनसीसी की शुरूआत 1666ई. में जर्मनी में हुई थी। जिसका श्रेय गवरनमेंट ऑफ यूनाइटेड किंगडम को जाता है। इसी से प्रेरित होकर भारत की आजादी के बाद, जब हमारे देश में सैन्य शक्ति की आवश्यकता थी, तब हमारे देश में भी एनसीसी स्थापना की गई।
15 अगस्त 1947 को भारत की आजादी के बाद भारत की सैन्य शक्ति अधिक मजबूत नहीं थी, और कहीं न कहीं सैन्य शक्ति में कमी महसूस की जा रही है। इसी कमी को दूर करने के लिए और भारतीय सैन्य शक्ति को अधिक मजबूत बनाने के लिए पंडित हृदय नाथ कुंजरू जी ने अपने सुझाव रखतें हुए, भारत में नैशनल लेवल की छात्र सैन्य संस्था का निर्माण करने को कहा। इस सुझाव के कुछ समय बाद ही 16 अप्रैल 1948 में NCC(National Cadet Corps) की स्थापना की गई, जिसका श्रेय पंडित हृदय नाथ कुंजरू जी को जाता है।
NCC के स्थापना के बाद इसे भारतवर्ष के स्कुलों, काॅलेजों और विश्वविद्यालयों में लाया गया। शुरूआती दौर में एनसीसी में केवल 20 हजार छात्र ही शामिल हुए। तत्पश्चात् इसकी संख्या में वृद्धि होती गई और आज एनसीसी में शामिल हुए छात्रों की संख्या 13 लाख से भी अधिक है और यह संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। एनसीसी की स्थापना के बाद इसका मुख्य कार्यालय दिल्ली में स्थित है। जो आज तक भी दिल्ली ही है। इसके निदेशालय भी भारत के अलग-अलग राज्यों में स्थित है।
NCC का सिद्धान्त
11 अगस्त 1978 को आयोजित 11वीं केंद्रीय सलाहकार बैठक(CSC) में NCC के आदर्श वाक्य को लेकर चर्चा शुरू हुई। चर्चा के समय कई आदर्श वाक्यों पर विचार-विमर्श किया गया, जो उचित रहें। वे वाक्य निम्न प्रकार हैः
- कर्तव्य और अनुशासन
- कर्तव्य, एकता और अनुशासन
- कर्तव्य और एकता
- एकता और अनुशासन
सम्पूर्ण चर्चा के बाद, CSC की 12वीं बैठक में, जो 12 अक्टूबर 1980 में आयोजित की गई, में ‘‘एकता और अनुशासन’’ वाक्य को NCC के आदर्श वाक्य के रूप में चूना और घोषित किया।
आज अपने आदर्श वाक्य के अनुसार ही एनसीसी देश की सबसे बड़ी ताकतों में से एक बनने के लिए प्रयास कर रहा है और इस पर खरा भी उतरा है। जो देश के विभिन्न भागों से देश के नव युवाओं को संगठित कर एकता और अनुशासन का पाठ पढ़ा रहा है। जो आगामी भारत के लिए वरदान साबित होगा।
NCC ध्वज
वर्तमान NCC ध्वज को 1954 में पेश किया गया था। जो तीन रंगों, लाल, गहरा नीला और हल्का नीला है। जिसमें 17 कमल के फूलों के घेरे के मध्य में NCC लिखा हुआ है और ध्वज के नीचे एकता और अनुशासन(Unity of Discipline) लिखा हुआ है। एनसीसी ध्वज के रंग और कमल के फूल भी विशेष संकेत देतें है। जो निम्न प्रकार हैः
- लाल रंग – ध्वज का लाल रंग थल सेना का प्रतीक है।
- गहरा नीला रंग – ध्वज का गहरा नीला रंग नौसेना का प्रतीक है।
- हल्का नीला रंग – ध्वज का हल्का नीला रंग वायु सेना का प्रतीक है।
- 17 कमल के फूल – एनसीसी अक्षर को घेरे हुए 17 कमल के फूल, 17 राज्य निदेशालयों के प्रतीक है।
NCC का इतिहास
दोस्तों एनसीसी(NCC) का गठन भारत में 1948 के राष्ट्रीय कैडेट कोर अधिनियम(National Cadet Corps Act of 1948) के साथ हुआ था। राष्ट्रीय कैडेट कोर अधिनियम को 15 जुलाई 1948 में बनाया गया था। इस अधिनियम को विश्वविद्यालय अधिकारी प्रशिक्षण कोर(University Officers Training Corps) अर्थात् UOTC का उत्तराधिकारी माना जा सकता है। UOTC की स्थापना 1942 में अंग्रेजों द्वारा की गई थी।
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शांति के समय में अधिक से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित और अनुशासित करने के लिए बेहतर योजनाओं को बनाए जाने का विचार अंग्रेजों को आया। जिसका कारण था द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान UOTC का अंग्रेजों की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरना था।
पंडित एच. एन. कुंजरू के विचार को, उनकी अध्यक्षता वाली ही एक समिति ने राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों और काॅलेजों में एक कैडेट संगठन स्थापित करने की सिफारिश की। 15 जुलाई 1948 को राष्ट्रीय कैडेट कोर गवर्नर जनरल की स्वीकृति के बाद अस्तित्व में आया।
भारत-पाकिस्तान युद्ध में एनसीसी का योगदान
1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भी एनसीसी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, इन युद्धोें में एनसीसी कैडेट रक्षा की दूसरी पंक्ति में था। NCC के भारत-पाक युद्ध में निम्न योगदान रहेः
- NCC ने अध्यादेश कारखानों की सहायता के लिए शिविरों का आयोजन किया।
- मोर्चे पर हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति करने का कार्य किया।
- दुश्मन के पैराट्रूपर्स को पकड़ने के लिए गश्ती दलों के रूप में कार्य किया।
- NCC ने नागरिक सुरक्षा अधिकारियों के साथ काम करते हुए, बचाव कार्य और यातायात नियंत्रण में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद NCC के पाठ्यक्रम में नेत्त्व के गुणों और अधिकारी जैसे गुणों के विकास पर अधिक जोर दिया। जिसके तहत सैन्य प्रशिक्षण में कमी लाई गई और समाज सेवा और युवा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों को अधिक महत्व दिया गया।
NCC के उद्देश्य
दोस्तों NCC अपने आदर्श वाक्य ‘‘एकता और अनुशासन’’ के अनुसार ही अपने उद्देश्य रखती है। जो निम्न प्रकार हैः
- नव युवाओं के चरित्र में सहचर्य, नेत्त्व, अनुशासन, एकता, धर्मा निरपेक्षता, नया उत्साह और निस्वार्थ सेवा भाव का संचार करना ही एनसीसी का मुख्य उद्देश्य है।
- एक ऐसा मानव संसाधन तैयार करना, जो संघठन प्रशिक्षित और प्रेरित नव युवाओं की नई ऊर्जा से बना हो। जो अपने देश की सेवा और देश के प्रति प्रत्येक क्षेत्र में अपनी कर्मनिष्ठा और नेतृत्व प्रदान कर सके।
- सेना में करियर बनाने के लिए युवाओं को प्रेरित करना, एकता और अनुशासन का पाठ पढ़ाना और एनसीसी कैडेटस के द्वारा इसे अपने आस-पास के वातावरण में लागु करना ही एनसीसी का मुख्य उद्देश्य है।
- देश की सैन्य शक्ति को अधिक से अधिक मजबूत बनाना और निष्ठावान बनाना ही एनसीसी का उद्देश्य है।
NCC कैडेट्स को भिन्न-भिन्न प्रकार केे प्रशिक्षण देने के लिए, एनसीसी संस्था के द्वारा कई तरह के कैंप या शिविर लगाए जाते है, जिनमें से कुछ निम्न प्रकार हैः
- ट्रेनिंग कैंप
- ग्रुप कम्पीटीशन कैंप
- सेना कैंप
- सेना कैंप
- सेना कैंप
- स्लीपिंग कैंप
- इंडिया ट्रैकिंग कैंप
- ट्रेनिंग कैंप
- इंडिया माउंटेन ट्रेनिंग कैंप
- ट्रेनिंग कैंप
NCC Join कैसे करें?
दोस्तों NCC में स्कूल, काॅलेज और विश्वविद्यालय के विद्यार्थी जुड़ सकतें है। एनसीसी में जाॅइन करने वाले अभियर्थी या कैंडिडेटस को सर्वप्रथम अपनी संस्था या अपने अध्यापक से सम्पर्क करना है और एनसीसी(NCC) जाॅइनिंग संबंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करनी है। आपके निर्देशक या अध्यापक के द्वारा आपको एक फाॅर्म दिया जाएगा, उसे आपको भरना है, जो फिजिकल टेस्ट का होता है। आपको फाॅर्म में सही और सटीक जानकारी ही देनी है और फाॅर्म सबमिट कर देना है। तत्पश्चात् आपकी ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। एनसीसी में जाॅइनिंग को भी दो डिविजन में बाँटा गया है, जो निम्न प्रकार हैः
- जूनियर डिविजन
- सीनीयर डिविजन
एनसीसी में आपको प्रवेश के लिए उपरोक्त डिविजन में से किसी एक में अपनी ‘आय’ु और ‘क्लास’ के आधार पर जाॅइन करना होता है।
एनसीसी के नियम
एनसीसी के उम्मीदवार को प्रशिक्षण के आधार पर निम्न 2 डिवीज़न में बाटा गया हैः
- First Division
- Second Division
NCC Certificate
जब आप NCC में कैडेट रूप में कार्य कर रहें होते है, तो आपको एनसीसी की तरह से Certificate दिया जाता है। ये Certificate आपको तभी मिलता है, जब आप एनसीसी कैडेट के रूप में अधिक से अधिक समाज कल्याणकारी गतिविधियों में हिस्सा लेतें है। एनसीसी की ट्रेनिंग के दौरान आपको शारीरिक और मानसिक दोनों ओर से मजबूत बनाया जाता है। ताकि आप सहजता से अपने कृत्वर्य का निर्वहन कर पाए।
NCC में आपकी लीडरशीप स्किलस और कम्युनिकेशन स्क्लिस को भी बढ़वा दिया जाता है। जब आपकी एनसीसी ट्रेनिंग पूरी हो जाती है तो आपको भिन्न-भिन्न प्रकार के एनसीसी Certificate दिए जातें है। जो बहुत उपयोगी होते है।
NCC Certificate के फायदे
दोस्तों NCC के लिए कार्य करना बहुत ही गर्व की बात है। चूँकि इसके अन्तर्गत हम देश के लिए समाज कल्याण का कर रहें है। अतः एनसीसी से प्राप्त अलग-अलग Certificateस हमारे लिए बहुत ही अधिक उपयोगी है। एनसीसी Certificate का उपयोग हम किसी भी गर्वनमेंट भर्ती में कर सकतें है, जिससे हमारे नियुक्ति में प्राथमिकता, कुछ रियायतें और कुछ बाॅन्स अंक भी मिलतें है। अतः इस Certificate के मध्यम से आप काफी नए अवसर प्राप्त कर सकतें है और सीविल सर्विसेंज का निर्वहन कर सकतें है।
NCC Certificate के फायदे निम्न प्रकार हैः
- एनसीसी उम्मीदवार को राज्य और केंद्र सरकार की किसी भी प्रकार की नियुक्तियों में प्राथमिकता मिलती है।
- वे उम्मीदवार जिनके पास एनसीसी का सी-Certificate है, उन उम्मीदवारों के लिए इंडियन मिलेट्री एकेडमी में कुल 64 सीटें रिजर्व रखी जाती है।
- जल सेना नेवी में हर काॅर्स में 6 सीटें और वायु सेना में 10 फीसदी की छूट हर काॅर्स में होती है, जो एनससी के उम्मीदवार है।
- वे उम्मीदवार जिनके पास एनसीसी के बी या सी Certificate है, उनको शाॅर्ट सर्विस कमीशन में सीडीएस की किसी भी प्रकार की लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ती है।
NCC Related FAQ’s
NCC की फुल फाॅर्म क्या है?
एनसीसी की फुल फाॅर्म ‘नेशनल कैडेट कोेर’ है। जिसे हिन्दी में राष्ट्रीय छात्र सेना या राष्ट्रीय कैडेट कोर कहतें है।
NCC का मुख्यालय कहाँ है?
एनसीसी का मुख्यालय दिल्ली में है।
भारत में NCC के कितने निदेशालय है?
भारत में एनसीसी के कुल 17 निदेशालय है, जोे अलग-अलग राज्यों में बनेे है।
NCC दिवस कब मनाया जाता है?
एनसीसी दिवस प्रतिवर्ष नवम्बर महीने के चैथे रविवार को मनाया जाता है।
NCC किस मंत्रालय के अधीन कार्य करता है?
राज्य स्तर पर शिक्षा मंत्रालयों और राष्ट्रीय स्तर पर रक्षा मंत्रालय के अधीन एनसीसी कार्य करता है।
NCC में चयन के लिए कितनी हाइट होनी चाहिए?
पुरूष अभियर्थी की हाइट 157.5 सीएमएस और महिला अभियर्थी की हाइट 152 सीएमएस होनी चाहिए।
NCC में चयन के लिए कितनी आयु होनी चाहिए?
एनसीसी में दो वर्षों तक कार्यरत रहकर आप ए-Certificate प्राप्त कर सकतें है, इसमें चयन के लिए आपकी आयु 13 से 17 वर्ष होनी चाहिए। एनसीसी में तीन वर्षों तक कार्यरत रहकर आप बी और सी Certificate प्राप्त कर सकतें है। इसमें चयन हेतु आपकी आयु 19 से 24 वर्ष होनी चाहिए।
NCC की स्थापना किसने की?
एनसीसी की स्थापना पंडित हृदय नाथ कुंजरू जी के द्वारा हुई।
NCC की स्थापना कब हुई?
एनसीसी की स्थापना 16 अप्रैल 1948 में हुई थी।
NCC का आदर्श वाक्य क्या है?
एनसीसी का आदर्श वाक्य एकता और अनुशासन है।
आपने क्या सीखा
तो दोस्तों आज के आर्टिकल में हमने एनसीसी की फुल फाॅर्म क्या है(NCC Full Form in Hindi), के बारे में जाना और एनसीसी(NCC) से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की। मुझे आशा है कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर आपका मित्र भी NCC Join करना चाहता है, तो आप इस आर्टिकल को अपने मित्र के साथ भी शेयर जरूर करें और इसीतरह की बेहतरीन जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहें। अगर आपका कोई प्रश्न है तो आप नीचे काॅमेंट करके पूछ सकतें है।
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