नमस्कार दोस्तों! आज के आर्टिकल में हम उर्ध्वपातन(Sublimation) के बारे में चर्चा करने वालें है। जिसमें हम उर्ध्वपातन क्या है(urdhvapatan kya hai), उर्ध्वपातन किसे कहते हैं(urdhvapatan kise kahate hain), उर्ध्वपातन के उदाहरण और प्रयोग द्वारा इसे अच्छे से समझेंगें। तो चलिए बढ़तें है आज के आर्टिकल की ओर… Sublimation in Hindi
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उर्ध्वपातन – Sublimation in Hindi

दोस्तों जैसा कि हम जानतें है कि किसी पदार्थ की तीन अवस्थाएँ होती है: ठोस, द्रव और गैंस। जब हम किसी ठोस अवस्था वाले पदार्थ को उष्मा देतें है तो वह द्रव अवस्था में बदल जाता है और जब हम द्रव पदार्थ को उष्मा देतें है तो वह गैंसीय अवस्था में बदल जाता है। इसप्रकार उष्मा देने पर पदार्था अपनी अवस्था में परिवर्तन करता रहता है। इसका अभिप्राय यह है कि तापमान बढ़ने पर पदार्थ ठोस अवस्था से द्रव अवस्था में और द्रव अवस्था से गैंसीय अवस्था में बदल जाता है। इसके विपरित अगर शीतलता आती है, अर्थात् तापमान में कमी कर दी जाए तो पदार्थ गैंसीय अवस्था से द्रव अवस्था में तथा द्रव अवस्था से पुनः ठोस अवस्था में बदल जाता है।
यह एक सामान्य परिक्रिया है जिसमें तापमान मान बढ़ने पर पदार्थ ठोस से द्रव और द्रव से गैसीय अवस्था में आता है और तापमान घटने पर गैसीय से द्रव और द्रव से ठोस अवस्था में आ जाता है। इस प्रक्रिया का सबसे अच्छा उदाहरण निम्न प्रकार है:
आपको पता ही होगा कि बर्फ एक ठोस पदार्थ होती है जिसको अगर हम ताप देतें है तो वह द्रव अवस्था में बदल जाती है ओर पानी बन जाती है। जब हम इसे ओर ज्यादा ताप देतें है तो यह भाप बनकर गैंसीय अवस्था में बदल जाती है। अगर इसी प्रक्रिया को पुनः विपरित कर दिया जाए अर्थात् ताप में कमी कर दी जाए तो भाप से पानी और पानी से पुनः बर्फ बन जाएगी।
उर्ध्वपातन क्या है – Urdhvapatan Kya Hai

Sublimation Meaning in Hindi : दोस्तों हमने पूर्व में पदार्थ की अवस्थाओं के बारें में पढ़ा। जिसमें ठोस से द्रव, द्रव से गैंस और फिर गैंस से द्रव, द्रव से ठोस अवस्था में तापमान में वृद्धि या कमी करने पर पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन होता है। परन्तु उर्ध्वपातन में द्रव अवस्था नहीं होती है। अर्थात् “जब किसी पदार्थ को ठोस अवस्था से गर्म किया जाता है तो वह द्रव अवस्था ग्रहण नहीं करती बल्कि सीधें गैंसीय अवस्था में बदल जाता है और ठण्डा करने पर पुनः गैंस अवस्था से द्रव अवस्था में न बदलकर सीधें ठोस अवस्था में बदल जाता है, इसे ही उर्ध्वपातन(Sublimation) कहतें है।”
उर्ध्वपातन किसे कहते हैं – Urdhvapatan Kise Kahate Hain
Urdhvapatan Ki Paribhasha : ‘‘गर्म करने पर कुछ पदार्थ ऐसे होतें हैं जो ठोस अवस्था से बिना द्रव अवस्था में बदले सीधे ही गैंस अवस्था में बदल जातें है और ठंडे होने पर गैंस अवस्था से बिना द्रव अवस्था में बदले सीधें ठोस अवस्था में बदल जातें हैं, इस प्रक्रिया को ही उर्ध्वपातन(Sublimation) कहतें है।’’ उर्ध्वपातन के प्रमुख उदाहरण आयोडीन, कपूर, नेफ्थलिन, अमोनियम क्लोराइड, ठोस कार्बन डाइऑक्साइड आदि है। जिन्हें गर्म करने पर ये ठोस अवस्था से सीधे गैंस अवस्था में बदल जातें है और ठण्डा करने पर गैंस अवस्था से पुनः ठोस अवस्था में बदल जातें है। अर्थात् उर्ध्वपातन की प्रक्रिया में द्रव अवस्था नहीं होती है।
उर्ध्वपातन के उदाहरण
ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क बर्फ क्यों कहतें है ?
दोस्तों ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को उच्च दाब पर संग्रहित किया जाता है। जब वायुमंडलीय दाब का माप 1 ऐटमाॅस्फियर हो, तो ठोस कार्बन डाइऑक्साइड द्रव अवस्था में बदले बिना ही सीधें गैंस अवस्था में बदल जाती है। यही कारण है कि ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क् बर्फ कहा जाता है। ठोस कार्बन डाइऑक्साइड भी उर्ध्वपातन के गुण प्रदर्शित करती है।
घर में रखी नैफ्थलीन की गोलिया थोड़े समय के बाद गायब हो जाती है क्यों ?
दोस्तों नैफ्थलीन की गोलियों में भी उर्ध्वपातन का गुण पाया जाता है। इस लिए यह कुछ समय के पश्चात बिना ठोस पदार्थ छोड़े ही गायब हो जाती है अर्थात् ये उष्मा पाकर ठोस अवस्था से द्रव में बदले बिना सीधें गैंस अवस्था में बदल जाती है। यही करण है कि ये गोलिया थोड़े समय बाद अदृश्य हो जाती है।
उर्ध्वपातन के प्रयोग
दोस्तों अभी हम परिक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण प्रयोग करने वालें है जो अधिकतर परिक्षाओं में पूछा जाता है तो चलिए बढ़तें है प्रयोग की ओर…
अमोनियम क्लोराइड या कपूर का उर्ध्वपातन

- दोस्तों सबसे पहले हमने एक चीनी मिट्टी की प्याली ली। जिसमें हमने एक कपूर का चूर्ण लिया
- इसके पश्चात हमने एक कीप ली जिसे हमने चीनी मिट्टी की प्याली पर उल्टा करके रख दिया।
- कीप के ऊपरी छोर पर हमने रूई का टुकड़ा लगा दिया ताकि अन्दर की गैंस बाहर न जा सकें।
- फिर हमने चीनी मिट्टी की प्याली को रखने के लिए एक स्टेड़ लिया। जिसके नीचें हमने एक बर्नर रखा। ताकि हम चीनी मिट्टी की प्याली को गर्म कर सकें।
- अब हम बर्नर को जलातें है और चीनी मिट्टी की प्याली को गर्म करतें है।
- चूंकि हम जानतें है कि कपूर में उर्ध्वपातन का गुण पाया जाता है। इसलिए कपूर के चूर्ण को गर्म करने पर यह ठोस अवस्था से सीधें गैंस अवस्था में बदल जाएगा।
- गर्म करने के पश्चात् अमोनियम क्लोराइड का चूर्ण गैंस अवस्था में बदल जाएगा।
- हमने गैंस को बाहर जाने से रोकने के लिए रूई के टुकड़े का प्रयोग किया है।
- अब अमोनियम क्लोराइड ठंण्डा होने पर कीप की दीवारों पर चित्र में दिखाए अनुसार चिपक जाएगा। जिससे पुनः हमें अमोनियम क्लोराइड या कपूर ठोस अवस्था में प्राप्त हो जाएगा।
- यह प्रक्रिया उर्ध्वपातन(Sublimation) कहलाती है।
तो दोस्तों आज के आर्टिकल में हमने उर्ध्वपातन(Sublimation in Hindi) के बारे में जानकारी प्राप्त की और जाना कि उर्ध्वपातन क्या है(urdhvapatan kya hai)। तो दोस्तों मुझेे आशा कि आपको हमारा यह आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें तथा इसी तरह की बेहतरीन जानकारी के लिए हमारे साथ बनें रहें।
धन्यवाद!
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